नई दिल्ली : भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी ने गो भक्तों को आश्वस्त करते हुए कहा है कि वह गो हत्या पर प्रतिबंध लगाने के लिए राष्ट्रीय कानून बनवाने को लेकर केंद्र सरकार से विमर्श करेंगे। साथ ही इस रास्ते में आने वाली सभी बाधाओं को दूर करने तक चैन से नहीं बैठेंगे। वह संसद मार्ग पर 7 नवम्बर 1966 को मारे गए गो रक्षकों को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित सभा को संबोधित कर रहे थे।
सभा को केएन गोविंदाचार्य के अलावा पूरी पीठ के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती, मलुक पीठाधीश्वर राजेंद्र दास, गो क्रांति मंच के गोपाल मणि, गोविंद देव गिरी महाराज, दत्ताशरणानंद, गोपाल दास महाराज, अनंतानंद, संतोषानंद, लक्ष्मण दास, गंगादास, त्रयम्बकेश्वर ब्रहमचारी व अरूपानंद समेत अन्य संतों ने संबोधित किया। एक सुर में साधु संतों ने गो हत्या पर पूर्ण प्रतिबंध के लिए राष्ट्रीय कानून की मांग की। साथ ही सरकार पर दबाव बनाने के लिए राष्ट्रव्यापी आंदोलन चलाने का ऐलान किया। सभा में हजारों की संख्या में गो भक्त भी मौजूद रहे। सभा को संबोधित करते हुए स्वामी ने कहा, गोरक्षा पर कानून बनने तक चैन से नहीं बैठूंगा। उन्होंने गोमांस की तस्करी पर रोक लगवाने के लिए व्यक्तिगत प्रयास का भरोसा दिया।
हिंदुओं को एकजुट होने पर जोर देते हुए कहा कि देश में 80 फीसद हिंदू है, लेकिन वह एकजुट नहीं है। इस कारण उन्हें यह सब समस्याएं झेलनी पड़ रही हैं।