नई दिल्ली। राज्यसभा में कांग्रेस के नेतृत्व में सभी विपक्षी पार्टियों ने गुरुवार(17 नवंबर) को एक स्वर में कहा कि जब तक बहस के लिए पीएम सदन में नहीं आते, हम कार्यवाही नहीं चलने देंगे।
विपक्षी दलों ने नोटबंदी पर स्थगन प्रस्ताव दिया और कहा कि इस फैसले के चलते आम लोगों को हो रही परेशानियों की ओर सरकार का ध्यान खींचना चाहते हैं।
वहीं विपक्ष के हंगामे के कारण संसद में कार्यवाही नहीं चलने के बाद सरकार ने आरोप लगाया कि विपक्षी दल इस विषय पर चर्चा को बाधित करने के बहाने तलाश रहे हैं, क्योंकि यह उनके खिलाफ जा रहा है और उल्टा प्रभाव डाल रहा है।
सूचना प्रसारण मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा कि सदन के नियमों और स्थापित चलन के मुताबिक सरकार की ओर से चर्चा का जवाब संबंधित मंत्री या कोई अन्य व्यक्ति देंगे।
नायडू ने कहा कि (राज्यसभा में) चर्चा आधी गुजरने के बाद उन्हें लगा कि इसका नकारात्मक प्रभाव पड रहा है और उल्टा पडने जा रहा है। अब मुझे लगता है कि क्या वे इससे बाहर आने के लिए रास्ते तलाश रहे हैं और इसके मद्देनजर चर्चा बाधित कर रहे हैं।