नई दिल्ली। नोटबंदी से आम जनता को हो रही परेशानी को देखते हुए केंद्रीय ट्रेड यूनियनों(सीटीयू) ने बुधवार(23 नवंबर) को मोदी सरकार से मांग की कि जब तक कैश की समस्या समाप्त नहीं हो जाती तब तक बंद किए गए 500 और 1,000 के पुराने नोट को चलाने की अनुमति दी जाए। इसके साथ यूनियनों ने मजदूरों से बिना सोचे-विचारे की गई इस नोटबंदी का विरोध करने का आह्वान किया।
केंद्रीय ट्रेड यूनियनों की ओर से जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि उनकी मांग है कि जब तक बैंकों में पर्याप्त मात्रा में कैश उपलब्ध नहीं हो जाते तक 500 और 1000 के बंद नोटों को चलाने की अनुमति दी जाए। इसके साथ ही नोटबंदी से संबन्धित जिन लोगों की मौत हुई है, उनके परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए।
सीटीयू ने इसके साथ ही कामगारों और उनकी ट्रेड यूनियनों का आह्वान किया है कि वे चाहे किसी भी दल से संबद्ध हों, उन्हें परेशान लोगों के समर्थन में आगे आना चाहिए और देशभर में इस बिना सोचे-विचारे फैसले करने वाली असंवदेनशील सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना चाहिए।