शनिवार देर रात कानपुर के नजदीक मंधना में कुछ अज्ञात लोगों द्वारा ट्रैक काटे जाने की खबर से हड़कंप मच गया था। नारामऊ-मंधना स्टेशन के बीच कुछ अराजक तत्वों ने ट्रैक की 40-50 क्लिप्स के अलावा जॉगल प्लेट्स खोल दी थीं। पटरी को भी काटा जा रहा था, लेकिन पट्रोलिंग टीम को देखकर कई लोग भाग निकले। कन्नौज की आरपीएफ पोस्ट में घटना की रिपोर्ट लिखाई गई है।
Dear @sureshpprabhu you RTd this means u agree there can be a Conspiracy. Why not get it investigated then? https://t.co/usurpa6FPN
— Ankur Singh (@iAnkurSingh) January 1, 2017
सिर्फ डेढ़ महीने के भीतर कानपुर के नजदीक दो बड़े रेल हादसे हो चुके हैं और शनिवार रात पट्रोलिंग टीम की सतर्कता एक और हादसा टल गया। एक के बाद एक हो रही यह घटनाएं महज इत्तेफाक है या साजिश, रेल मंत्री ने इसकी जांच कराने की बात रही है।
बता दें कि इसके पहले 28 दिसंबर को कानपुर के रूरा स्टेशन के पास ट्रेन हादसा हुआ था, जिसमें अजमेर-सियालदह एक्सप्रेस के 15 डब्बे पटरी से उतर गए थे। इस हादसे में 52 यात्री घायल हुए थे। 20 नवंबर को कानपुर के ही पास पुखरायां में भीषण ट्रेन हादसा हुआ था, जिसमें कई लोग मारे गए थे और सैंकड़ों लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे। उसी दिन (20 नवंबर) आगरा में पीएम मोदी की परिवर्तन रैली हुई थी। इतनी बड़े हादसे के दिन रैली करने को लेकर कई लोगों ने पीएम मोदी की आलोचना भी की थी।