स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने भी नोटबंदी के मुद्दे पर अपना सुझाव दिया उन्होंने कहा इस योजना को 31 दिसंबर से लागू किया जाए और तब तक सभी लोगों को पुराने नोट इस्तेमाल करने की पूरी छूट दी जाए। यानी जो छूट अभी रेलवे, पेट्रोल पंपों और सरकारी अस्पतालों को मिली है, वह सभी जगहों पर दी जाए ताकि तब तक लोग बिना घबराहट के अपने पुराने नोट बदल सकें। इससे जाली नोट हमारे सिस्टम से बाहर हो जाएंगे और जो धन आज बैंकों से बाहर पड़ा है वह बैंकों में आ जाएगा।
एक बयान में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नोटबंदी की घोषणा के बाद से देश भर से दो तरह की प्रतिक्रिया है। मोदी समर्थक कह रहे हैं कि नोटबंदी से कालेधन के खिलाफ लड़ाई में मदद मिलेगी, इसलिए कुछ दिनों की तकलीफ झेल लेनी चाहिए। वहीं मोदी विरोधी कह रहे हैं कि नोटबंदी तुगलकी फरमान है, इससे काला धन नहीं रुका, लेकिन आम जनता जरूर मुश्किल में पड़ गई, इसलिए इसे वापस लिया जाना चाहिए। देश का दुर्भाग्य है कि ऐसे गंभीर मामले पर भी हम देशहित को सर्वोपरि नहीं रख सकते।