शुक्रवार को निर्भया गैंगरेप केस में दोषियों को फांसी की सजा को सुप्रीम कोर्ट ने बरकरार रखने का फैसला सुनाया। जिसका देशभर में स्वागत किया गया इतना ही नहीं फैसला आने के कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया पर ट्वीटर पर हैशटैग #Nirbhaya करने लगा। वहीं गूगल और फेसबुक पर भी लोगों की प्रतिक्रियाओं ने इसे टॉप ट्रेंड में शामिल रखा। हालांकि इस मामले में सोशल मीडिया पर एक बड़े तबके ने नाबालिग आरोपी को भी फांसी की सजा देने की मांग की। इस फैसले पर भारत के बाद सबसे अधिक प्रतिक्रयाएं अमेरिका से आईं।
निर्भया का नाबालिग रेपिस्ट अब 23 साल हो चुका है। 3 साल की सजा के बाद 20 दिसंबर, 2015 को नाबालिग को रिहा कर दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ‘आफ्टर केयर’ प्रोग्राम के तहत नाबालिग को एक नई गुमनाम जिंदगी देकर बसाया गया। इस प्रोग्राम में शामिल रहे एक अधिकारी ने बताया कि उसको हमेशा मारे जाने का डर लगा रहता था।
अधिकारी ने बताया कि जिस दिन उसे रिहा किया गया, काफी संख्या में लोग उसे तलाश रहे थे। जान को खतरा देखते हुए कड़ी सुरक्षा में उसे गोपनीय जगह पर रखा गया। जिसके बाद उसे एक एनजीओ के सुपुर्द कर दिया गया। वहीं से उसे दक्षिण भारत के किसी अनजान शहर में रेस्टोरेंट में बतौर कुक लगवा दिया गया।
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