रेस्टोरेंट का मालिक भी जुवेनाइल के अतीत के बारे में नहीं जानता है। नाबालिग के बारे में ज्यादा जानकारी किसी को नहीं है। अधिकारी ने बताया कि नाबालिग मूल रूप से यूपी का रहने वाला है। पैसे कमाने की चाह में वह दिल्ली आया था। यहां उसकी मुलाकात राम सिंह से हुई। राम सिंह ने उसे बस साफ करने के काम में लगाया था। फिलहाल यह कहना मुश्किल है कि शुक्रवार को आए फैसले के बारे में उसे जानकारी है भी या नहीं।
चारों दोषियों की फांसी की सजा बरकरार रखने के फैसले के बाद सोशल मीडिया पर नाबालिग को भी फांसी दिए जाने की मांग जोरों पर उठ रही है। लोगों का कहना है कि निर्भया के साथ सबसे ज्यादा दरिंदगी करने वाला नाबालिग दोषी आराम से जिंदगी जी रहा है। उसे इतनी आसान जिंदगी जीने का हक नहीं है। उसे भी फांसी दी जाए।
निर्भया के 4 गुनाहगार तिहाड़ जेल में बंद हैं। राम सिंह जेल में फांसी लगाकर खुदकुशी कर चुका है तो इस वारदात का नाबालिग आरोपी राजधानी दिल्ली से हजारों मील दूर दक्षिण भारत में कहीं रेस्टोरेंट में काम कर जिंदगी गुजर-बसर कर रहा है।