उरी में हुए आतंकी हमले के तार, अमेरिका और जापान से भी जुड़े हुए हैं। आतंकियों ने जिस वायरलेस सेट का इस्तेमाल किया था वो जापान का बना हुआ था, जबकि आतंकियों द्वारा इस्तेमाल किया हुआ जीपीएस, मेड इन अमेरिका था।जम्मू कश्मीर के उरी पर हुए हमले में भारत के हाथ कुछ ऐसे सबूत लगे हैं जिससे साबित हो सकता है कि चारों आतंकी पाकिस्तान से आए थे। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, आतंकियों के पास से दो वायरलेस सेट मिले हैं। ये दोनों ही सेट जापान के हैं। दोनों पर ही उर्दु में ‘बिल्कुल नया’ और इंग्लिश में ‘NEW’ शब्द लिखा मिला है। जनसत्ता वेवसाइट की खबर के मुताबिक, नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने बताया है कि वे लोग उन वायरलेस को बनाने वाली कंपनी ICOM से बात कर रहे हैं। इससे पता लगेगा कि वे वायरलेस किन लोगों ने कहां से खरीदे थे। ICOM से जानकारी मिलने के बाद कुछ हद तक मामला साफ हो सकता है। वहीं गृह मंत्रलाय के एक अधिकारी ने बताया है कि भारत मिली जानकारी को पाकिस्तान से भी शेयर करेगा। मारे गए चार आतंकियों के पास से कुल 48 सामान मिले थे। उनमें दो नक्शे, हमला करने की जगह की जानकारी भी शामिल थी। सभी सबूतों को आर्मी ने NIA को सौंप दिया था।
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