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जब मैं छोटा था तब लोग कहते थे कि मोदीजी कड़क चाय बनाना। मैंने कड़क चाय बनाई है। गरीब को कड़क पसंद है पर अमीर को नहीं। कांग्रेसियों ने तो चवन्नी बंद कर दी थी। ये बात अलग है कि आप चवन्नी के आगे चल नहीं पाते। ये बात अलग है कि आपने अपनी बराबर का काम किया और मैने अपनी बराबर का।
बहनों जब तक तुम्हाेरा ये भाई जिंदा है, मेरी माताओं जब तक तुम्हारा ये लाड़ला जिंदा, आपकी खून की कमाई पर कोई भी सरकारी अफसर हाथ नहीं लगाएगा। बिस्तर के नीचे से पैसे निकले क्याा उनको भी छोड़ दूं। रात को गाडि़यां निकलती है शहरों में. देखते हैं सीसीटीवी कैमरा तो कहीं नहीं लगा। और कूड़े के ढेर में पैसा फेंककर चले जाते हैं। मैं गरीबों को लूटने नहीं दूंगा। लोग आजकल गंगा में नोट डाल रहे हैं। पर उन्हें नहीं पता कि उनके पाप ऐसा करने से भी नहीं धुलेंगे।
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