हनीट्रैप मामला: वरुण गांधी की सफाई, कहा- एडमंड्स एलन से कभी नहीं मिला

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हनीट्रैप

हनीट्रैप मामले में रक्षा सूचनाएं लीक करने के आरोपों में घिरे बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने ट्विटर पर लेटर जारी करके सफाई दी है। लेटरहेड पर छपे इस लेटर में वरुण ने आरोप लगाया है कि यह उनकी छवि खराब करने की साजिश है। वरूण ने लेटर में सात बिंदु है जिसमें उसने अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज करने की कोशिश की है।

आपको बता दें कि, इस मामले पर जहां एक तरफ बीजेपी के एक सांसद ने जांच की मांग की है, वहीं बाकी सब ने चुप्पी साध रखी है। जिस से इस मामले में वरूण अकेले पड़ते दिख रहे है।

लेटर हेड पर लिखे वरूण गांधी के सात प्वाइंट्स

1. वरुण ने कहा है कि वह सी एडमंड एलन जिन्होंने चिट्ठी लिख आरोप लगाया है, मैं उस से कभी नहीं मिले। मैं उन्हें नहीं जानते और दोनों की कभी भी मुलाकात नहीं हुई।

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2. दूसरे प्वाइंट् में वरुण ने अभिषेक वर्मा से खुद के रिश्तों पर बताया, हम दोनों पहली बार इंग्लैंड में मिले। उस वक्त मैं कॉलेज में पढ़ाई करता थे। वरुण के मुताबिक, अभिषेक को उनका परिचय दिवंगत वीना और श्रीकांत वर्मा के बेटे के तौर पर कराया गया। ये दोनों ही संसद सदस्य थे। वरुण के मुताबिक, सम्मानित परिवार से ताल्लुक रखने वाले अभिषेक से वह कम ही वक्त में सामाजिक तौर पर कई बार मिले। अब दोनों को मिले सालों गुजर चुका है। वरुण का यह भी कहना है कि दोनों के बीच उनके कामकाज को लेकर कोई बातचीत नहीं हुई।

3. वरुण के मुताबिक, मीडिया रिपोर्ट्स से यह पता चला है कि एलन और अभिषेक के बीच किसी वक्त व्यवसायिक रिश्ते थे। वरुण ने आशंका जताई कि एलन अपने पूर्व सहयोगी के खिलाफ लगाए गए आरोपों को लेकर ज्यादा से ज्यादा पब्लिसिटी चाह रहे हैं। इसी वजह से एलन उनके जैसे पब्लिक फिगर को इस मामले में घसीट रहे हैं ताकि पब्लिक का ध्यान ज्यादा से ज्यादा खींचा जा सके।

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4. वरुण ने कहा कि अभिषेक वर्मा के खिलाफ एलन के आरोपों की ईडी और सीबीआई, दोनों ही एजेंसी लंबे वक्त से जांच कर रही है। इसी सिलसिले में अब भी कुछ जांच चल रही है। यहां तक कि चार्जशीट भी फाइल की जा चुकी हैं। वरुण का कहना है कि जांच एजेंसियों की किसी भी चार्जशीट में उनका न तो नाम है और न ही उनकी ओर कोई इशारा किया गया।

5. वरुण के मुताबिक, यह कहना ऊटपटांग है कि उन्हें ब्लैकमेल किया गया क्योंकि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया। वरुण ने कहा कि यह कहना और भी अजीबोगरीब है कि उन्होंने रक्षा संसदीय कमेटी की टॉप सीक्रेट रक्षा सूचना लीक की। वरुण के मुताबिक, सभी सांसद यह बात अच्छे से जानते हैं कि ऐसी किसी कमेटी के सामने संवेदनशील जानकारी शेयर नहीं की जाती।

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6. वरुण ने कहा कि जिस वक्त की घटना बताई जा रही है, उस वक्त वह विपक्ष में थे और पहली बार सांसद सुने गए थे। ऐसे में सरकार की ओर से उनके साथ संवेदनशील जानकारी शेयर किए जाने का सवाल ही नहीं उठता।

7. वरुण के मुताबिक, एलन की ओर से लिखे गए खत में उनके खिलाफ लगाए गए गंभीर आरोप बिना किसी तथ्य, सफाई या सबूत के हैं। और यह अनैतिक है कि किसी की छवि को नुकसान पहुंचाने वाले ऐसे आरोपों को बिना जांचे ही सार्वजनिक किया गया।