हरिद्वार में प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई में सामने आया कि छह दुकानों में केवल तीन के पास ही वैध लाइसेंस था। यहां सिटी मजिस्ट्रेट जय भारत सिंह ने कहा, ‘बाकी तीन दुकानें अवैध रूप से चल रही थीं।’ हरिद्वार के एसएसपी कृष्ण कुमार वीके ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया, ‘जनता के कुछ प्रतिनिधियों द्वारा शिकायत किए जाने के बाद ऐक्शन लिया गया है, खास तौर पर नवरात्रों को ध्यान में रखते हुए। बिना लाइसेंस के चल रही दुकानों पर ऐक्शन लिया जाएगा। वैध दस्तावेजों वाली दुकानों को परेशान नहीं किया जाएगा।’
वहीं छत्तीसगढ़ में रायपुर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन जोन-2 के कमिश्नर आर के डोंगरे ने 11 दुकानों को तीन दिन में बंद करने को कहा है। अगर ऐसा नहीं होता तो उन्हें सील कर दिया जाएगा। दुकान मालिकों पर आरोप है कि वे दुकान का बचा-खुचा सड़क के किनारे ही फेंक कर पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे थे।
एक और बीजेपी शासित राज्य मध्य प्रदेश में इंदौर म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (IMC) ने नियमों के उल्लंघन के चलते एक दुकान को बंद करने को कहा है। यहां एक IMC अधिकारी ने बताया, ‘हमें कुछ समय से दुकान को लेकर कई शिकायतें मिल रही थीं। जब हम पहुंचे तो देखा कि मीट खुले में रखा हुआ था। इसके अलावा दुकान की हालत भी खराब थी।’