भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने साफ किया है कि, वीवीएस लक्ष्मण का मुख्य कोच अनिल कुंबले की कंपनी में शेयरधारक होने से हितों के टकराव का कोई मामला नहीं बनता है।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के साथ तीन सदस्यीय क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य लक्ष्मण तब कुंबले की कंपनी टेनविच में शेयरधारक थे जब मुख्य कोच पद के लिए इंटरव्यू हुए थे। बीसीसीआई सेक्रेटरी अजय शिर्के ने कहा, ‘बीसीसीआई सभी संबंधित पक्षों को सूचित करना चाहता है कि भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच पद के लिए आवेदकों के इंटरव्यू लेने के लिए समिति का कामकाज शुरू होने से पहले लक्ष्मण ने साफ शब्दों में अपनी वर्तमान स्थिति और टेनविच स्पोर्ट्स के साथ पूर्व में भागीदारी को स्पष्ट कर दिया था।’
उन्होंने कहा, ‘लक्ष्मण ने बीसीसीआई को सूचित किया था उन्होंने टेनविच स्पोर्ट्स में अपनी पांच प्रतिशत के कुल शेयर मार्च 2016 में बेच दिए थे और साथ ही घोषित किया था कि उनके टेनविच स्पोर्ट्स में अब कोई शेयर नहीं हैं और वह उसके किसी अधिकृत या अनधिकृत पद पर हैं।’
शिर्के ने कहा, ‘इसलिए भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच के चयन के समय लक्ष्मण हितों के टकराव वाली स्थिति में नहीं थे। इसलिए इस संबंध में लगाए जा रहे कयास और निष्कर्ष गलत हैं।’
वहीं लक्ष्मण ने कहा है कि राष्ट्रीय कोच की चयन प्रक्रिया के तहत उनका हितों का टकराव नहीं था और उस दौरान उनका टेनविक स्पोर्ट्स कंपनी के साथ किसी तरह का संबंध नहीं था।