भारतीय हॉकी टीम के कप्तान सरदार सिंह को एक विदेशी अन्तर्राष्ट्रीय महिला हॉकी खिलाड़ी के साथ यौन उत्पीड़न के मामले में पंजाब पुलिस ने क्लीन चिट दे दी है। इस मामले में गठित स्पेशल जांच दल (SIT) ने पूरे मामले की छानबीन करते हुए कहा कि सरदार सिंह पर महिला हॉकी खिलाड़ी द्वारा लगाए गए किसी भी आरोप को साबित नहीं किया जा सका और कई बातें झूठी साबित हुई हैं। रियो ओलिंपिक खेलों के पहले सरदार सिंह और भारतीय दल के लिए इसे बड़ी राहत माना जा रहा है। सरदार सिंह पर एक महिला ने आरोप लगाया था कि वह उसके मंतेगर हैं जबकि सरदार सिंह ने पहले ही उसके आरोपों को खारिज कर दिया था।
समाचार पत्र पंजाब केसरी के मुताबिक दो दिन पहले ही चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अर्शपाल कौर पहली बार अपनी वकील के साथ मीडिया के सामने आई थी। अर्शपाल कौर ने पुलिस को भी निशाने पर लिया था और कहा था कि पुलिस सरदार सिंह को बचा रही है। अर्शपाल कौर ने कहा था कि वो सरदार के साथ भैनी साहिब गई थी जो कि लुधियाना जिले में आता है लेकिन फिर भी पुलिस इसे अपने न्याय क्षेत्र से बाहर की घटना बता रही है।
अर्शपाल कौर ने आरोप लगाया कि वह सरदार सिंह की दोस्त नहीं बल्कि मंगेतर थी। अर्शपाल कौर ने कहा कि साल 2012 में उनके रिश्ते की शुरुआत हुई थी और साल 2014 में दोनों की सगाई हुई थी। अर्शपाल कौर के मुताबिक अबॉर्शन के बाद सरदार सिंह ने उनसे दूरी बनानी शुरु कर दी और उन्हे इग्नोर करना शुरु कर दिया। यहां तक शादी करने से भी इंकार कर दिया। सरदार सिंह ने उन्हे न सिर्फ सेक्शुअली हैरेस किया, बल्कि इमोशनली और मेंटली भी टॉर्चर किया। प्रेस वार्ता में बातचीत करते हुए अर्शपाल कौर ने बताया था कि वह हॉकी खिलाड़ी हैं और ब्रिटेन की अंडर-19 महिला हॉकी टीम से खेल चुकी हैं। उसके पिता ब्रिटेन में हॉकी कोच रहे हैं। अर्शपाल कौर के मुताबिक वह सरदार सिंह से इस मुद्दे पर बिल्कुल भी समझौते के पक्ष में नही हैं और अपने इंसाफ के लिए लड़ाई लड़ती रहेगी।