स्मिथ और डेविड वॉर्नर की जोड़ी ने पहले सत्र में भारतीय गेंदबाजों को परेशान किया, लेकिन दूसरे सत्र में कुलदीप ने वॉर्नर को रहाणे के हाथों कैच करा अपना पहला अंतरराष्ट्रीय विकेट हासिल किया। पहला विकेट लेने के बाद कुलदीप थोड़े भावुक हो गए और रहाणे से कुछ देर तक लिपटे रहे। वॉर्नर 144 के कुल स्कोर पर आउट हुए। उन्होंने दूसरे विकेट के लिए स्मिथ के साथ 134 रनों की साझेदारी की। वॉर्नर ने अपनी पारी में 87 गेंदों का सामना किया और आठ चौके तथा एक छक्का लगाया।
वॉर्नर के बाद आए शॉन मार्श (4) को उमेश यादव ने ज्यादा देर मैदान पर टिकने नहीं दिया और विकेट के पीछ रिद्धिमान साहा के हाथों कैच कराया। पीटर हैंड्सकॉम्ब (8) कुलदीप की फिरकी में फंस गए। कुलदीप ने उन्हें 168 के स्कोर पर बोल्ड किया। ग्लैन मैक्सवेल (8) ने स्मिथ का साथ देने की कोशिश की। उन्होंने कुलदीप पर एक चौका भी जड़ा, लेकिन एक गेंद बाद वह कुलदीप की खूबसूरत गेंद पर बोल्ड होकर पविलियन लौट गए।
एक छोर पर खड़े स्मिथ ने 51वें ओवर में अपना शतक पूरा किया। यह उनका इस सीरीज का तीसरा शतक है। शतक पूरा करने के कुछ देर बाद स्मिथ, रविचंद्रन अश्विन की गेंद पर स्लिप पर कप्तान रहाणे के हाथों लपके गए। उन्होंने अपनी पारी में 173 गेंदों की अपना पारी में 14 चौके लगाए। वह चायकाल से एक ओवर पहले 208 के कुल स्कोर पर आउट हुए।
इससे पहले, अपने नियमित कप्तान विराट कोहली के बिना मैदान पर उतरी भारतीय टीम टॉस हार गई। पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया को पहली गेंद पर ही बड़ा झटका लग गया होता, अगर भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर करुण नायर, वार्नर का कैच पकड़ लेते। भुवनेश्वर को ईशांत शर्मा की जगह इस मैच में खेलने का मौका मिला है। हालांकि, भारत को पहले विकेट के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ा।
उमेश ने दूसरे ओवर की चौथी गेंद पर मैट रेनशॉ (1) को क्लीन बोल्ड कर भारत को पहली सफलता दिलाई। इस समय ऑस्ट्रेलिया का कुल स्कोर 10 था। लेकिन इसके बाद स्मिथ और वॉर्नर की जोड़ी ने तेजी से रन बटोरे और भोजनकाल तक मेहमानों को दूसरा झटका नहीं लगने दिया। कुलदीप के पहले ओवर में चौका मारकर वॉर्नर ने इस सीरीज का अपना पहला अर्धशतक पूरा किया।