रांची में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के चौथे दिन खेल खतम होने तक ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में दो विकेट खोकर 23 रन बना लिए थे। इससे पहले भारत ने 9 पर 603 रन बनाकर पारी समाप्ति की घोषणा कर दी।
चेतेश्वर अरविंद पुजारा अपनी साख पर खरे उतरे। फैन्स उन्हें टीम इंडिया की नई दीवार कहते हैं और पुजारा दीवार की तरह ही ऑस्ट्रेलिया के सामने डट गए। पुजारा ने रांची के रण में कंगारू टीम के खिलाफ़ दोहरा शतक ठोका और भारतीय टीम को बढ़त दिलाई। यह उनके करियर का तीसरा दोहरा शतक है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ दूसरा। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ दोहरा शतक बनाने के मामले में वह सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण के बराबर आ गए हैं। सचिन और लक्ष्मण ने भी दो बार कंगारू टीम के खिलाफ़ दोहरे शतक लगाए थे।
पारंपरिक टेस्ट बल्लेबाज़ की तरह खेलते हुए पुजारा ने ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाज़ों को तोड़ दिया, पुजारा की इस पारी में धैर्य, संयम और क्लास दिखी, जो आजकल बहुत कम बल्लेबाज़ों में दिखती है। गेंदों के हिसाब से ये पुजारा की ये सबसे लंबी पारी रही। पुजारा ने 202 रन बनाने के लिए 525 गेंदों का सामना किया गेंदों के हिसाब से ये सबसे लंबी भारतीय पारी रही। पुजारा ने राहुल द्रविड़ को इस मामले में पीछे छोड़ा। एक पारी में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ सबसे ज्यादा गेंद खेलने वाले भारतीय बन गए हैं पुजारा।
पुजारा और साहा की साझेदारी की बदौलत टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया पर बढ़त बना ली है। पुजारा और साहा की जोड़ी ने 7वें विकेट के लिए 199 रन जोड़े 7वें विकेट लिए ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ ये सबसे बड़ी भारतीय साझेदारी है।
पुजारा और साहा ने एक बार फिर साबित किया कि वो टेस्ट में बेस्ट है बेशक वो उतनी तेज़ी से रन नहीं बनाते लेकिन बूंद बूंद से सागर बनाने की कला उन्हें आती है।