इस रिपोर्ट के अनुसार वीरेंद्र सहवाग सबसे ज्या्दा लकी रहे। उनके 68 कैच छोड़े गए। उनके बाद श्रीलंका के कुमार संगकारा का नाम आता है जिनके 67 कैच छूटे। कैच छोड़ना कई बार महंगा भी पड़ा है। 2002 में इंजमाम उल हक ने 32 रन पर जीवनदान मिलने के बाद 329 रन बना दिए थे। इसी तरह मार्क टेलर ने 18 व 27 रन कैच छूटने के बाद नाबाद 334, शून्य पर बचने के बाद कुमार संगकारा ने 270 और सचिन तेंदुलकर ने नाबाद 248 रन की पारियां खेली। डेविस के डाटा के अनुसार सबसे ज्यादा मौके स्पिनर्स की गेंदों पर छोड़े गए। स्पिनर्स के 27 प्रतिशत मौके छोड़ दिए गए। सबसे ज्यादा हरभजन सिंह की गेंदों पर कैच व स्टंप मिस किए गए। उनकी गेंदों पर 99 मौके छोड़े गए। इनमें उनके शुरुआती कॅरियर का डाटा नहीं जोड़ा गया है। वहीं तेज गेंदबाजों में जेम्स एंडरसन की गेंदों पर मौके गंवाए गए।