27 साल में पहली बार डेविस कप टीम से बाहर हुए लिएंडर पेस

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

पेस ने केएसएलटीए स्टेडियम में पत्रकारों से कहा, ‘‘जब मैं कल सुबह यहां अभ्यास के लिये आया तो मैं अच्छी तरह बॉल हिट कर रहा था। चयन का मानदंड फार्म होना था, जो निश्चित रूप से नहीं हुआ।’’ पेस इस बात से सहमत थे कि टीम चुनना भूपति का अधिकार है लेकिन उन्होंने उन्हें सलाह दी कि वे किसी के भी खिलाफ पक्षपात नहीं करें। उन्होंने कहा, ‘‘एक समय यह रैंकिंग के आधार पर होता था और कभी कभार यह पसंद और निजी तरजीह के आधार पर होता है। कभी कभार यह व्यक्तिगत पसंद पर नहीं बल्कि इस आधार पर होता है कि कौन ड्यूस कोर्ट पर और कौन एड कोर्ट पर खेलता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘और अब यह फार्म पर आधारित है। फार्म के आधार पर, आप लोग बेहतर जानते हो कि कौन बेहतर खेला।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बेंगलुरू की ऊंचाई 920 मीटर है। लियोन की ऊंचाई 1800 मीटर है जो बेंगलुरू की ऊंचाई से दोगुनी है।’’

इसे भी पढ़िए :  भारत बनाम वेस्टइंडीज दूसरा टेस्ट: दूसरी पारी में वेस्टइंडीज ने पांच विकेट पर 215 रन बनाए

पेस अपमानित महसूस कर रहे हैं क्योंकि उन्हें मेक्सिको से सिर्फ टीम से बाहर करने के लिये बुलाया गया था। उन्होंने कहा कि इसके लिये सिर्फ एक फोन करने की जरूरत थी। उन्होंने कहा, ‘‘देश के लिये खेलने के संबंध में इस तरह की बेहूदगी नहीं होनी चाहिए। मेरा मानना है कि आपको एक फोन करने की जरूरत थी कि आपकी जरूरत है या आपकी जरूरत नहीं है। यह इतना सरल है। यह इस तरह का नहीं होना चाहिए।’’ पेस ने कहा, ‘‘भारतीय ध्वज, देश और लोगों के लिये मेरा प्यार निस्वार्थ है। इसलिये मैं मेक्सिको से यहां तक आया जबकि मैं आसानी से अपनी रैंकिंग और करियर पर काम कर सकता था। ’’

इसे भी पढ़िए :  रियो ओलंपिक: सानिया और बोपन्ना की जोड़ी अपने मुकाबले जीतकर क्वाटर फाइनल में पहूंचे
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse