एक समय पुणे की टीम संकट में थी, लेकिन स्टोक्स और मनोज ने टीम को संभाला। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पुणे की टीम ने 11.2 ओवरों में 71 रनों पर ही अपने चार विकेट खो दिए थे। मयंक अग्रवाल पहले ओवर में ही बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए थे। पहले मैच में अर्धशतक लगाने वाले अंजिक्य रहाणे (19), टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ (26) और महेंद्र सिंह धौनी (5) को पंजाब के गेंदबाजी आक्रमण ने पवेलियन में बैठा दिया था।
इसके बाद स्टोक्स और मनोज की जुगलबंदी ने टीम का बीड़ा उठाया और तेजी से रन बटोरे। 32 गेंदों में तीन छक्के और दो चौके मारने वाले स्टोक्स के आउट होने के साथ ही इस साझेदारी का अंत हुआ। स्टोक्स अक्षर पटेल की गेंद को उनके सिर के ऊपर से मारने के चक्कर में उनके ही हाथों लपके गए। स्टोक्स के जाने के बाद हालांकि मनोज ने एक छोर संभाले रखा और कुछ अच्छे शॉट्स लगाते हुए टीम को 150 के पार पहुंचाया।
स्टोक्स के स्थान पर आए डेन क्रिस्टियन (17) ने अंतिम ओवर में दो चौके और एक छक्का लगाया। ओवर की पांचवीं गेंद पर वह एक और बड़ा शॉट मारने गए और लोंग ऑन पर पंजाब के कप्तान ग्लैन मैक्सवेल के हाथों लपके गए। पंजाब के सबसे किफायती गेंदबाज पटेल रहे। उन्होंने चार ओवर में महज 27 रन दिए और एक विकेट लिया। संदीप शर्मा ने अपने चार ओवरों में 33 रन खर्च किए और दो विकेट हासिल किए।