अक्टूबर के पहले हफ्ते में बच्चे ने अपने दोस्त के मोबाइल फोन से चाइल्ड हेल्पलाइन में फोन किया और अपनी आपबीती बतायी जिसके बाद CWC ने उसे बचाया। जब अधिकारियों ने बच्चे की मां से संपर्क किया तो उसने बताया कि उसे अपने बेटे के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि जब बच्चा बहुत छोटा था तभी बच्चे के पिता और उसकी मां का तलाक हो गया था जिसके बाद बच्चे की मां ने दूसरी शादी कर ली और उसकी दो बेटियां हैं। हालांकि उसके दूसरे पति की भी 2012 में लिवर खराब होने से मौत हो गई।
बच्चे की मां का कहना है, ‘मेरा बेटा गलत संगत में पड़ गया था और अक्सर घर से भाग जाया करता था। मैंने उसे कई स्कूलों में दाखिल कराया लेकिन हर जगह उसके खराब व्यवहार की वजह से उसे निकाल दिया जाता था। जब मैंने उससे बात करने की कोशिश की तो वह मेरे साथ भी दुर्व्यवहार करने लगा। मैंने उसे घर से निकल जाने के लिए कहा जिसके बाद वह अपने दोस्तों के घर पर रहने लगा। मुझे लगता है कि यह एक व्यक्तिगत मामला है जिसे समय के साथ सुलझा लिया जाएगा। मैंने पुलिस और CWC के लोगों को अपना जवाब दे दिया है। कुछ लोग मेरे बेटे की मासूमियत का फायदा उठाकर मेरे खिलाफ झूठा केस करने की कोशिश कर रहे हैं।’
CWC के अधिकारियों का कहना है कि बच्चे ने अपनी मां के पास घर वापस ना जाने का फैसला कर लिया है और वह वेलफेयर होम में ही रहना चाहता है। मेंटल एक्सपर्ट्स का कहना है कि वैसे बच्चे जो बचपन में अपने माता-पिता का तलाक देख चुके होते हैं वह डिप्रेशन में चले जाते हैं और ऐसे बच्चों में इस तरह का व्यवहार आम बात है।