जैसे ही यूजर इस पेज पर दिख रही फील्ड्स में अपना यूजरनेम और पासवर्ड डालता है, वह सीधे हैकर्स के पास पहुंच जाता है। इसके बाद हैकर्स तुरंत यूजर के अकाउंट से लॉगइन करते हैं और गूगल अकाउंट से जुड़ी बहुत सी सर्विसेज का भी ऐक्सेस हासिल कर लेते हैं। यही नहीं, अगले चरण में वे उस यूजर की ईमेल आईडी से उसके अन्य कॉन्टैक्ट्स को मेल भेजकर जाल में फंसाने की कोशिश करते हैं।
कैसे बचें?
अगर आप गूगल क्रोम इस्तेमाल करते हैं तो अड्रेस बार को चेक कर सकते हैं। इसमें ग्रीन कलर का लॉक नजर आता है तो इसका मतलब है कि साइट सिक्यॉर है। इसलिए पर्सनल डीटेल्स एंटर करने से पहले इस ग्रीन लॉक को चेक कर लिया करें। मगर ध्यान रहे कि स्कैमर अब HTTPS-प्रॉटेक्टेड फिशिंग साइट्स बनाने लगे हैं और उनमें भी ऐसा ग्रीन लॉक नजर आता है। इसलिए यूआरएल को चेक करना भी न भूलें। मामला सिक्यॉरिटी का है, इसलिए कुछ सेकंड एक्स्ट्रा टाइम आप लगा सकते हैं।
इसके अलावा आपको हमेशा टू-स्टेप वेरिफिकेशन अपनानी चाहिए। इससे आप अपने अकाउंट को और सिक्यॉर बना सकते हैं और कोई हैक नहीं कर सकता। 2-स्टेप वेरिफिकेशन में आप यह सेटिंग कर सकते हैं कि पासवर्ड डालने के साथ-साथ आपके स्मार्टफोन पर एक वन टाइम पासवर्ड (OTP) आए और उसे एंटर करने के बाद ही लॉगइन हो। जीमेल या गूगल अकाउअंट पर टू-स्टेप-वेरिफिकेशन ऑन करने के लिए यहां पर क्लिक करें।