उत्तर प्रदेश सैनिक कल्याण बोर्ड द्वारा जारी की गई एक सूची के मुताबिक इंडियन एयर फोर्स के अफसर फ्लाइट लेफ्टीनेंट मनोहर पुरोहित को 1971 की लड़ाई के दौरान पाकिस्तान में बंदी बना लिया गया था. पुरोहित की पत्नी सुमन पुरोहित को आज भी उनके वापस लौटने का इंतजार है. पुरोहित की तलाश में सुमन पाकिस्तानी जेलों की खाक भी छान आयी हैं.
सुमन पुरोहित ने बताया कि ”मेरा तीन महीने का बेटा विपुल गोद में था. मैं उस वक्त पति के साथ राजस्थान में ही थी. लड़ाई चल रही थी. हर तरफ से तेज धमाके की आवाजें आ रहीं थीं. मनोहर,पांच-छह बार पूर्वी पाकिस्तान के लिए उड़ान भरे चुके थे. काम और जिम्मेदारी होने के बाद भी लड़ाई के पांचवें दिन तो वो घर पर भी आ गए थे. लेकिन नौ दिसम्बर की शाम एयर फोर्स स्टेशन से बुलावा आ गया. मनोहर, फिर से अपना एयरक्राफ्ट लेकर निकल गए. उन्होंने राजस्थान सेक्टर से पश्चिमी पाकिस्तान के लिए उड़ान भरी.आमतौर पर वो जल्दी ही लौट आते थे. लेकिन उस दिन इंतजार कुछ ज्यादा ही लम्बा हो गया. थोड़ी देर बाद सूचना मिली कि पति का जहाज पाकिस्तानी हमले का शिकार हो गया है. पति को बंदी बना लिया गया है.तब से लगातार बेटे के साथ पति की तलाश कर रही हूं. ”
सुमन के अनुसार, ”प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, मानव अधिकार आयोग, रेडक्रॉस सोसाइटी सहित शायद ही कोई ऐसा संबंधित विभाग हो जिसे चिट्ठी न लिखी हो. लेकिन कोई फायदा नहीं निकला. अभी तक सरकार ने लड़ाई में बंदी बनाए गए अफसरों की कोई सुध नहीं ली है.”