उत्तर प्रदेश के एक बेहद गरीब परिवार में जन्में किसान के बेटे ने इसरो की परीक्षा पासकर जिले और राज्य का नाम रोशन किया है. बाराबंकी के आशीष श्रीवास्तव ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की परीक्षा फर्स्ट क्लास पास करके पिता को उनकी मेहनत का रिटर्न गिफ्ट दिया है.राम नगर इलाके के रहने वाले आशीष के पिता गांव में ही एक छोटी सी दुकान चलाते है. इससे बड़ी मुश्किल से परिवार की दाल-रोटी चल पाती है. कठिन परिस्थितियों में उन्होंने अपने बेटे आशीष को पढ़ाया, जिसका बचपन से अंतरिक्ष वैज्ञानिक बनने का सपना था.
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की कठिन परीक्षा को पास कर के प्रथम श्रेणी के वैज्ञानिक के प्रतिष्ठित पद को हासिल किया. चंद्रमोहन श्रीवास्तव के परिवार को मिली इस खुशी ने उनकी जिंदगी भर की थकान और मुश्किलों को दूर कर दिया.बता दें कि गांव की गलियों में अपने पिता को साइकिल के पीछे बैठा कर घुमाने वाले आशीष बहुत जल्द ही देश के लिए बड़े-बड़े अंतरिक्ष यान की उड़ान तय करेंगे. विज्ञान की दुनिया में डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को अपना आदर्श मानने वाले आशीष सामाजिक दुनिया में अपने पिता को ही अपना आदर्श मानते हैं.