आज के बाद उत्तराखंड में नहीं होंगी चुनावी रैलियां, ना बजेंगे लाउड स्पीकर, पढ़िए क्यों

0
2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse

चुनाव प्रचार

इसके साथ ही बल्क मैसेजेज और इंटरएक्टिव वॉयस रेस्पांस सर्विस (आईवीआरएस) के माध्यम से प्रचार पूर्णतया प्रतिबंधित होगा। साथ ही प्रिंट मीडिया में प्रकाशित किए जाने विज्ञापनों के लिए प्रत्याशियों या पार्टी को अनुमति लेनी होगी। प्रचार का शोर थमने के साथ ही तमाम प्रत्याशियों की कोशिश घर घर जाकर मतदाताओं से संपर्क करने पर होगी।

इसे भी पढ़िए :  उत्तराखंड चुनाव 2017: रुझानों में कांग्रेस को पछाड़ते हुए बीजेपी आगे

2 of 2Next
Use your ← → (arrow) keys to browse