आज के बाद उत्तराखंड में नहीं होंगी चुनावी रैलियां, ना बजेंगे लाउड स्पीकर, पढ़िए क्यों

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चुनाव प्रचार

इसके साथ ही बल्क मैसेजेज और इंटरएक्टिव वॉयस रेस्पांस सर्विस (आईवीआरएस) के माध्यम से प्रचार पूर्णतया प्रतिबंधित होगा। साथ ही प्रिंट मीडिया में प्रकाशित किए जाने विज्ञापनों के लिए प्रत्याशियों या पार्टी को अनुमति लेनी होगी। प्रचार का शोर थमने के साथ ही तमाम प्रत्याशियों की कोशिश घर घर जाकर मतदाताओं से संपर्क करने पर होगी।

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