लखनऊ : यूपी सरकार ने हाल में एक पीसीएस ऑफिसर को उनकी मृत्यु के बाद ट्रांसफर और प्रमोशन लेटर भेजा है। यह मामला तब सामने आया जब अपॉइंटमेंट डिपार्टमेंट के जॉइंट सेक्रटरी अनिल कुमार सिंह ने 28 मई को वाराणसी के जिलाधिकारी को एक पत्र भेजा और निर्देश दिए कि वह अडिशनल सब-डिविज़नल मैजिस्ट्रेट गिरीश कुमार को रिलीव करें। पत्र में लिखा गया था कि गिरीश को बुलंदशहर का सिटी मैजिस्ट्रेट बनाया जा रहा है।
ADM फाइनैंस(वाराणसी) ईश्वर चंद ने कहा कि जब हमें यह पत्र मिला तो लगा कि शयद कम्यूनिकेशन गैप की वजह से अपॉइनमेंट डिपार्टमेंट को गिरीश की मौत के बारे में जानकारी नहीं होगी। उन्होंने बताया कि गिरीश की मृत्यु तो लंबी बीमारी के बाद 29 नवंबर 2016 में ही हो गई थी।
अपॉइनमेंट डिपार्टमेंट के प्रिंसिपल सेक्रटरी कामरान रिजवी ने कहा कि मामले की जांच से यह पता चला है कि वाराणसी की अथॉरिटीज ने रेवेन्यू डिपार्टमेंट को ऑफिसर की मृत्यु के बारे में बताया था लेकिन अपॉइंटमेंट डिपार्टमेंट को इस बारे में सूचना नहीं दी गई थी। इस मामले में चीफ सेक्रटरी को एक रिपोर्ट भेजी गई है। गिरीश की मौत के बाद उनके बेटे राजुल शर्मा को सरकारी नौकरी मिल चुकी है। राजुल को इस मामले की जानकारी नहीं थी।