भारत ने पाकिस्तान पर जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों को समर्थन देकर, सशस्त्र करने और प्रशिक्षण देकर एक परोक्ष युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया है। ये संगठन सीमा पार से भारत की सरजमीं पर हमले करते हैं। ओबामा का बयान अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी की टिप्पणी के एक दिन बाद आया है जिसमें उन्होंने पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से कहा था कि वह आतंकवादियों को अपनी सरजमीं का सुरक्षित पनाहगाह के तौर पर इस्तेमाल करने से रोकें।
गौरतलब है कि रविवार को कश्मीर के उड़ी में सेना के एक बटालियन मुख्यालय पर हुए आतंकी हमले में 18 सैनिक शहीद हो गए। यह हमला पाक आधारित जैश ए मोहम्मद के आतंकवादियों ने किया था। उन्होंने कहा, ‘हमने आतंकवादियों के पनाहगाह मिटाए हैं, परमाणु अप्रसार व्यवस्था को मजबूत किया है और कूटनीति के जरिए इरानी परमाणु मुद्दा सुलझाया है। हमने क्यूबा के साथ संबंध के द्वार खोले हैं …और हम म्यांमार की नई लोकतांत्रिक नेता का इस सभा में स्वागत करते हैं।’
वीडियो में देखिए मंगलवार को यूएन में अपनी स्पीच दे रहे अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा।