अखबार ने यह भी कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभालने से लेकर अब तक करप्शन और टैक्स उल्लंघन के मामलों से निपटने के लिए कई कड़े कदम उठाए हैं। अखाबर ने लिखा, भारत की नई पॉलिसी को रिस्की, लेकिन निर्णायक और बहादुरी भरा फैसला करार दिया जा रहा है। अखबार ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग की ओर से करप्शन के खिलाफ चलाए गए अभियान का हवाला देते हुए लिखा है, नोटबंदी के अलावा भी मोदी सरकार को करप्शन से निपटने के लिए कुछ कड़े कदम उठाने होंगे। सबसे महत्वपूर्ण चीज है, व्यवस्था में सुधार करना। इस संदर्भ में नई दिल्ली को पेइचिंग से भी कुछ आइडियाज लेने चाहिए।’
करप्शन के खिलाफ राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मुहिम के चलते लाखों भ्रष्ट अधिकारियों को जेल भेजा जा चुका है। 2012 में राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद से ही शी ने करप्शन के खिलाफ कड़ा अभियान चलाया है और वह माओ-त्से तुंग के बाद सबसे मजबूत नेता के तौर पर उभरते दिखे हैं।