सबको साथ लेकर चलने की वकालत: जब अमेरिकी राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव प्रचार चल रहा था, तो डोनाल्ड ट्रंप के कई बयानों की तीखी आलोचना हुई। ट्रंप ने मुस्लिमों, शरणार्थियों, यहूदियों को लेकर कई विवादित टिप्पणियां कीं। मगर जब बुधवार को नतीजे आए तो उन्होंने सबको साथ लेकर चलने की बात कही। उन्होंने कहा, ”मैं आप सबका, हर एक का राष्ट्रपति हूं।” नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री बने थे, तो उन्होंने खुद को देश का प्रधान सेवक, जनता का चौकीदार बताया था।
पूंजीपतियों के प्रति नर्म रुख: डोनाल्ड ट्रंप खुद एक बड़े काराेबारी हैं, रियल एस्टेट बिजनेस में उनकी तूती बोलती है। वह राजनेता कम और बिजनेसमैन ज्यादा हैं। जाहिर है कि उनका रुख भी पूंजीपतियों की तरफ नर्म रहेगा। प्रचार के दौरान ट्रंप ने कई अमेरिकी कंपनियों को चेताया कि वह अपना काम आउटसोर्स न करें। पिछले दिनों तो उन्होंने नौकरियां आउटसोर्स करने पर बैन लगाने तक की बात की थी। दूसरी तरफ, नरेंद्र मोदी सरकार पर विपक्षी अक्सर कारोबारियों को शह देने का आरोप लगाते रहे हैं।