नई दिल्ली। डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार(20 जनवरी) को अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति पद की शपथ ले ली। अमेरिका के चीफ जस्टिस ने ट्रंप को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई। ट्रंप ने अब्राहम लिंकन की बाइबल पर हाथ रखकर पद की शपथ ली और इसके साथ ही वह उस कुर्सी पर आसीन हो गए जो दुनिया में सबसे शक्तिशाली कही जाती है। ट्रंप से पहले माइक पेंस ने उपराष्ट्रपति पद की शपथ ली।
राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ‘अमेरिका फर्स्ट’ के नारे के साथ अपना भाषण शुरू करते हुए ट्रंप ने कहा कि हम अपने सपनों को साकार करेंगे और आज से एक नए दृष्टिकोण के साथ आगे बढ़ेंगे। 12 मिनट के अपने पहले संबोधन में ट्रंप ने कहा कि हम एक बार फिर से अमेरिका को महान बना बनाएंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि हम इस्लामी कट्टरपंथ को दुनिया के नक्शे से पूरी तरह खत्म कर देंगे।
उन्होंने कहा कि 20 जनवरी, 2017 को आम लोगों के इस देश का शासक बनने के दिन के तौर पर याद किया जाएगा। ट्रंप ने कहा कि उनका राष्ट्रपति के रूप में कार्यकाल ‘आने वाले कई सालों के लिए’ अमेरिका, दुनिया की दिशा तय करेगा। उन्होंने कहा कि हम धरती से कट्टर इस्लामिक आतंकवाद को मिटा देंगे।
ट्रंप ने दुनिया भर के लोगों का धन्यवाद देते हुए कहा कि हम अमेरिका के नागरिक आज एक बड़े राष्ट्रीय प्रयास से जुड़े हैं। हम लोगों के लिए एकजुट हुए हैं। हम लोग मिलकर ये निश्चय करेंगे कि कई वर्षों तक साथ रहेंगे। चुनौतियों का सामना करेंगे, इसके बावजूद अपने कार्य करने में सफल होंगे। हम चाहेंगे कि शांति भी रहे।
आगे पढ़ें, पीएम मोदी ने दी बधाई