भारत के पास कट्टरपंथी बनाने का कलंक रोकने की ताकत है: अकबर

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फाइल फोटो।

नई दिल्ली। भारत ने गुरुवार(1 सितंबर) को कहा कि उसके पास कट्टरपंथी बनाने के फैलते आतंक को रोकने की ताकत और पूर्ण विश्वास है, क्योंकि इसके पास इस समस्या का एक ‘वैचारिक जवाब’ है। सिंगापुर में इंडियन ओशन कान्फ्रेंस के उद्घाटन सत्र में विदेश राज्यमंत्री एम.जे. अकबर ने कहा कि समृद्धि की भूख और आतंकवाद का सफाया दोनों में ही भारत की महत्वपूर्ण भूमिका को विश्व को पहचानना होगा।

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अकबर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि ‘द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से आतंकवाद सबसे गंभीर खतरा है।’ सत्र को वीडियो कॉन्फ्रेन्सिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र ने आधुनिक दौर में उपनिवेश्वाद के दुर्भाग्यपूर्ण प्रभावों को देखा है।

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उन्होंने कहा कि आज इसमें कोई शक नहीं है कि यह वैश्विक अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने एक सर्वाधिम अहम इंजन है।

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