रोचक बात है कि इकॉनॉमिक थिंक टैंक सेंटर फॉर इकॉनॉमिक्स एंड बिजनेस रिसर्च(सीईबीआर) ने दिसंबर 2011 में भविष्यवाणी की थी कि भारत 2020 में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।, लेकिन भारत ने यह मील का पत्थर काफी पहले ही छू लिया। फॉर्ब्स की रिपोर्ट में आगे कहा गया है, ”इससे आगे ब्रिटेन और भारत के बीच दायरा और बढ़ता जाएगा क्योंकि भारत 6-8 प्रतिशत सालाना की दर से आगे बढ़ रहा है। वहीं ब्रिटेन की विकास दर 2020 तक 1-2 प्रतिशत के बीच रहेगी।”
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजीजू ने इस पर खुशी जताते हुए कहा, ”भारत ने ब्रिटेन केा पीछे छोड़ और अमेरिका, चीन, जापान व जर्मनी के बाद पांचवीं सबसे बड़ी जीडीपी बना। भारत की आबादी ज्यादा है लेकिन यह बड़ा कदम है।” इस साल आठ अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भी इस वित्तीय वर्ष के अंत तक ब्रिटेन भारत से पीछे रह जाएगा।