पाकिस्तान अब भारतीय सेना से डर गया है जिसके साथ पाक ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के उस पार तोपें और एंटी एयरक्राफ्ट गन तैनात कर दी है। पाकिस्तानी फौज की हलचल तेज होने से भारतीय सेना और बीएसएफ की चौकसी दिन रात बढ़ गई है। पाकिस्तान ने कठुआ से अखनूर-राजोरी-पुंछ सीमा तक रेंजरों, सेना और तोपों की तैनाती की है।
सुरक्षा एजेंसियों के अनुसार पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक, भारतीय सेना का मुंहतोड़ जवाब, हीरानगर सेक्टर में सात रेंजर ढेर होने से पाकिस्तान आक्रामक तेवर अपनाने की रणनीति पर काम कर रहा है। भारतीय सीमा से निकट देवरा, हेड मेराला, मीरपुर समेत राजोरी-पुंछ सेक्टर में पाकिस्तान ने अपनी ब्रिगेड शिफ्ट कर दी हैं, जिनमें टैंकों और तोपें, एंटी एयरक्राफ्ट गन भी शामिल हैं। अखनूर सेक्टर में पैदल सेना की ब्रिगेड तैनात की गई है। इन ब्रिगेड की चार यूनिटों में करीब चार हजार सैनिक हैं। पाकिस्तानी सेना ने अपने सैनिकों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। पाकिस्तान ने यूनिटों में तोपखाने भी लगाए हैं।
वर्ष 1965 और 1971 के दोनों युद्धों में पाकिस्तानी सेना छंब सेक्टर में हावी रही है। इसीलिए पाकिस्तान इस सेक्टर में भरपूर दबाव बनाने की कोशिश में है। इसके लिए ही पाकिस्तान ने पैदल सेना, तोपखाना समेत एंटी एयरक्राफ्ट गन की तैनाती की है ताकि समय रहते भारतीय सेना के हवाई हमले को भी नाकाम किया जा सके। पकिस्तान को हाल में ही नुकसान के चलते वहां की जनता का सरकार पर कार्रवाई के लिए भारी दबाव है। वहीं, भारतीय सेना ने कठुआ से अखनूर और राजोरी-पुंछ सेक्टर में बीएसएफ और सेना घुसपैठ की हर कोशिश खत्म करने में लगी है। संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है।
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