
बता दें कि स्पाइना बिफिडा नाम की ये कंडीशन 1500 बच्चों में से किसी एक में देखी जाती है, लेकिन इसमें भी अलग से हाथ या पैर उगना रेयर है। गर्भ के पहले महीने में जब भ्रूण का स्ट्रक्चर तैयार होता है, तो उस प्रक्रिया में आने वाली खराबी से ऐसी स्थिति बनती है। शरीर के विकास के साथ इनका रूप जैसे-जैसे बिगड़ता है, ये स्पाइनल कॉड को डैमेज करती है और व्यक्ति पैरालाइज भी हो सकता है।
अगली स्लाइड्स में देखिए गौरव की और तस्वीरें































































