पाकिस्तान के शीर्ष राजनयिक सरताज अजीज ने मंगलवार (27 सितंबर) को कहा कि यदि भारत 56 साल पुराने सिंधु जल समझौते को निलंबित करता है तो उनका मुल्क संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय न्यायालय का रुख करेगा। साथ ही, उन्होंने जोर देते हुए कहा कि इस समझौते को रद्द करने को ‘युद्ध छेड़ने की गतिविधि’ के तौर पर लिया जा सकता है। पाक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के विदेश मामलों के सलाहकार अजीज ने इस मुद्दे पर नेशनल एसेंबली में कहा, ‘अंतरराष्ट्रीय कानून बताते हैं कि भारत एकतरफा तरीके से इस समझौते से खुद को अलग नहीं कर सकता।’ उन्होंने कहा, ‘समझौता रद्द करने की कार्रवाई को दोनों देशों के बीच युद्ध की कार्रवाई के तौर पर लिया जा सकता है।’
उरी हमले को लेकर भारत की तरफ से मंगलवार (27 सितंबर) को पाकिस्तान उच्चायुक्त से तलब किया गया है। यह जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बताया कि विदेश मंत्रालय ने अब्दुल बासित से तलब किया और उन्हें उरी हमले से जुड़े कुछ सबूत भी दिए। विकास स्वरूप ने उन दो गाइड्स के बारे में भी बताया है जिन्होंने हमलावरों की भारत में घुसने में मदद की थी।