सर्जिकल स्ट्राइक का असर पाकिस्तान में साफ महसूस किया जा सकता है। इसका सीधा असर पाकिस्तान की राजनीतिक और प्रशासनिक व्यवस्था में देखा जा सकता है। खबर है कि पाकिस्तान की सबसे बड़ी गुप्तचर एजेंसी ISI के डीजी लेफ्टिनेंट जनरल रिजवान अख्तर को उनके पद से हटा दिया गया है। और पाकिस्तान के नए सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने रविवार को लेफ्टिनेंट जनरल नवीद मुख्तार को इस पद पर नियुक्त किया।
सामान्य तौर पर इस पद के लिए नियुक्ति 3 साल के लिए होती है लेकिन अख्तर को उनका कार्यकाल पूरा होने से पहले ही पद से हटा दिया गया। जिसका बाद अकारण भारत की तरफ से बेहद खुफिया तरीके से की गई सर्जिकल स्ट्राइक को माना जा रहा है जिसकी भनक तक पाक खुफिया एजेंसी को नहीं लगी थी। जिसके बाद से उनपर सवाल उठने लगे थे।
जनरल कमर बाजवा ने बड़ी फेरबदल के तहत सेना के शीर्ष पदों पर भी बदलाव किए हैं। जहां उन्होने लेफ्टिनेंट जनरल नवीद मुख्तार को आईएसआई का महानिदेशक बना दिया। वहीं पाकिस्तानी सेना की ओर से जारी बयान के मुताबिक लेफ्टिनेंट जनरल रिजवान अख्तर को नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी (एनडीयू) का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। बयान के मुताबिक लेफ्टिनेंट जनरल बिलाल अकबर को चीफ ऑफ जनरल स्टाफ बनाया गया है। इसके अलावा कई बड़े पदों पर भी बदलाव किए गए हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल अख्तर ‘डॉन’ अखबार में छपी खबर के बाद विवादों में आ गए थे। इस खबर के मुताबिक शरीफ सरकार ने आर्मी से कहा था कि या तो आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए या फिर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग पड़ने को तैयार रहे।