वंकवानी ने बताया कि इससे पहले भी कासिम हाजम नाम के शख्स ने 15 साल की एक हिंदू लड़की गंगा का अपहरण किया और फिर उसका जबरन धर्मांतरण करके बंदूक के जोर पर उसके साथ शादी कर ली। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं में लगातार तेजी आ रही है और इससे साबित होता है कि सरकार गैर-मुस्लिम समुदायों को सुरक्षा देने में पूरी तरह से नाकाम है। काउंसिल की बैठक में शरीक होने वाले सदस्यों में से एक ने कहा, ‘हर साल 5,000 हिंदुओं को पाकिस्तान छोड़कर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। यहां हिंदू अपेक्षाकृत गरीब हैं, उनके पास चुप रहने के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं है।’ वंकवानी ने बताया कि जो लोग नाबालिग हिंदू लड़कियों को अपहरण कर जबरन उनसे शादी करते हैं, वे कुछ हफ्तों बाद किसी मदरसे से धर्मांतरण का प्रमाणपत्र लेकर अदालत के सामने हाजिर हो जाते हैं और उनके अपराध को न्यायिक आधार मिल जाता है।