जानकारी के मुताबिक, फ्रांसी ने ‘द एक्सप्रेस ट्राइब्यून’ को बताया कि वकील की यह पेशकश सुनकर सभी आरोपी हैरान हैं। फ्रांसी ने अखबार को बताया, ‘आरोपियों में से एक शख्स ने तो यहां तक कह दिया कि वह धर्मपरिवर्तन करवाने की जगह फांसी पर चढ़ने के लिए तैयार है।’ कुछ अन्य आरोपियों की ओर से इस मामले की पैरवी कर रहे वकील नसीब अंजुम ने इस खबर पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि शाह का यह प्रस्ताव नया नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि 6 महीने पहले भी उन्होंने आरोपियों के सामने यह विकल्प रखा था, जिसे आरोपियों की ओर से ठुकरा दिया गया। अंजुम ने कहा, ‘वकील तो अदालत की आजादी में यकीन रखते हैं, लेकिन DDPP इस तरह आरोपियों को ब्लैकमेल क्यों कर रहे हैं? सरकार को चाहिए कि वह इस तरह के (सैयद अनीस शाह) तत्वों पर कार्रवाई करे और उनसे छुटकारा पाए। ऐसे लोग सरकार की छवि खराब करते हैं और देश को बदनाम करते हैं।’
जब अखबार ने इन आरोपों के मद्देनजर शाह से संपर्क किया, तो पहले तो उन्होंने इन आरोपों से इनकार किया। फिर जब उन्हें यह बताया गया कि यह प्रस्ताव देते हुए उनका एक विडियो बनाया गया था और उसके फुटेज में वह धर्मपरिवर्तन करवाने पर बरी करवाने का प्रस्ताव देते हुए दिख रहे हैं, तो शाह ने कहा कि हो सकता है उन्होंने आरोपियों को इस तरह का विकल्प दिया हो।