ये तस्वीरें हैं रेवॉल्यूशनरी ऑर्म्ड फोर्स ऑफ कोलंबिया के विद्रोहियों की, जो 52 सालों से जंगलों में रहकर गुरिल्ला आंदोलन चला रहे हैं। इनहोने दक्षिण में Putumayo के जंगलों में अपना कैंप बना रखा है जहां पर इस तरह कठिनाई से अपना जीवन बसर कर रहे हैं। अगर गुरिल्ला आंदोलन को भारत के नज़रिये से समझा जाए तो इसे नक्सल आंदोलन से जोड़ा जा सकता है। ये उन सभी बातों का विरोध कर रहे हैं जिनका भारत के नक्सली करते हैं। इनके पास आजकल के जमाने के सभी लेटेस्ट हथियार हैं और इतना ही नहीं लेटेस्ट टेक्नालजी के मामले में भी ये लोग बहुत आगे हैं। और इन लोगों ने रियो ओलंपिक के समय पर अपने यहां भी खेलों का आयोजन किया था।
































































