इस्तांबुल पुलिस नाइटक्लब में गोलीबारी करने वाले बंदूकधारी की तलाश कर रही है। हमले में कम से कम 39 लोगों की मौत हो गई थी। हमला रेना नाइटक्लब में रविवार को तब हुआ जब लोग नए साल का जश्न मना रहे थे।
उधर कुर्द चरमपंथी संगठन पीकेके नेता ने हमले में कुर्द बलों का हाथ होने से इंकार किया है। संयुक्त राष्ट्र परिषद ने हमले की निंदा की है और इसे जघन्य और बर्बर चरमपंथी हमला बताया है। रूसी राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने हमले की निंदा करते हुए इसे अकल्पनीय बताया है। अमरीकी सरकार ने भी गोलीबारी की आलोचना की है।
तुर्की के अधिकारियों के अनुसार हमले में 15 विदेशी मारे गए हैं। इनमें इसराइल, फ्रांस, ट्यूनीशिया, लेबनान, भारत, बेल्जियम, जॉर्डन और सऊदी अरब के नागरिक शामिल हैं। तुर्की के प्रधानमंत्री के अनुसार हमलावर ने हमले के बाद “मची अफरातफरी का फायदा उठाया” और घटनास्थल से भाग निकला।