बर्फबारी और ठंडे के मौसम के कारण शहर को खाली कराने में मुश्किलें पैदा हो रही है। खराब मौसम के कारण विस्थापितों को बसों में घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि शहर खाली कराने के अंतिम चरण के तहत बुधवार और गुरुवार की रात चार हजार से ज़्यादा लड़ाके निजी कारों, वैनों में पूर्वी अलेप्पो से खदेड़े गए। उन्होंने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया के दौरान करीब 34 हज़ार लोग अलेप्पो के हिंसा प्रभावित इलाकों से बाहर निकाले जा चुके हैं।
एक महीना चले जबर्दस्त संघर्ष के बाद साल 2012 से अलेप्पो पर कब्जा जमाए बैठी विद्रोही सेना आखिरकार हटने को मजबूर हो गई। इस लड़ाई में 90 प्रतिशत अलेप्पो उनके हाथ से चला गया है हालांकि अलेप्पो के विद्रोह प्रभावित क्षेत्र के खाली होने से बड़ा मानवीय व शरणार्थी संकट पैदा हो गया है।
युद्ध के समाप्त हो जाने से असद को बड़ा रणनीतिक लाभ मिला है। वहीं विद्रोहियों के मैदान छोड़ देने से लड़ाई खत्म करने को लेकर अंतरराष्ट्रीय प्रयासों को बल मिला है।
नीचे वीडियो में देखिए – अलेप्पो शहर में कैसे चल रहा था संघर्ष, बारूद पर बैठा था पूरा शहर