तुर्की में सेना के एक ग्रुप ने सरकार के विरूद्ध हथियार उठाकर तख्तापलट कर दिया है। तुर्की सेना ने एक बयान जारी कर कहा कि सेना ने सत्ता पर अपना नियंत्रण कर लिया है। वही सरकार के मुखिया प्रधानमंत्री बिनाली युल्दरम ने सेना के इस गु़ट की अवैध कार्रवाई की निंदा की है और कहा है कि यह तख्तापलट नहीं है। उन्होंने कहा है कि सत्ता पर सरकार का नियंत्रण अभी भी बना हुआ है। वही सेना का कहना है कि उसका यह कदम तुर्की में लोकतंत्र को बचाने के लिए है। तुर्की से आ रही खबरों के अनुसार राजधानी अंकारा में गोलीबारी की की अवाजें सुनी गई हैं। इसके अलावा सेना के हेलीकॉप्टर और जेट विमान भी शहर के ऊपर मंडराते दिखे हैं। इस्तांबुल में पुल को बंद कर दिया गया है और बॉस्फ़ोरस और फ़तिह सुल्तान मेहमत ब्रिज पर ट्रैफ़िक को भी रोक दिया गया है। अंकारा और इस्तांबुल में हवाई अड्डों पर सेना के टैंक तैनात कर हवाई अड्डों को बंद करने की ख़बर है।
तुर्की के प्रधानमंत्री ने एनटीवी को फ़ोन पर बताया, ” तख़्तापलट की आशंका की दिशा में हम काम कर रहे हैं। हम इस कोशिश को कामयाब नहीं होने देंगे।”
हालांकि उन्होंने विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी।
उन्होंने कहा, ” जिसने भी ये ग़ैरकानूनी कदम उठाया है उन्हें इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।”