कांग्रेस ने आज कहा कि संप्रग ने विवादित प्रचारक ज़ाकिर नाइक के ‘पीस टीवी’ के भारत में अपलिंकिंग यानि की प्रसारण इजाजत नहीं दी थी। यहां तक की कांग्रेस ने कानून के खिलाफ अवैध तौर पर चैनल की डाउनलिंकिंग करने वाले केबल संचालकों के खिलाफ कारवाई की सिफारिश भी की थी।
पूर्व सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने पीस टीवी के खिलाफ कारवाई शुरू नहीं करने को लेकर राजग सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि “अगर देश में पिछले दो साल से पीस टीवी का प्रसारण हो रहा था, तो क्या राजग सरकार सो रही थी? इसे कारवाई करनी चाहिए और इसके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करानी चाहिए थी। ज़ाकिर नाइक को भारत वापस आने के लिए समन करना चाहिए था।’’ तिवारी ने कहा कि पीस टीवी ने सितंबर 2008 में लिंकिंग अनुमति के लिए आवेदन किया था और संप्रग सरकार ने इजाजत देने से इंकार कर दिया था। उन्होंने फरवरी 2009 में फिर से आवेदन किया और इसे फिर से अनुमति देने से इनकार कर दिया गया था।
पूर्व मंत्री ने सरकार पर कालेधन के मुद्दे पर भी हमला किया और कहा कि सरकार ने इस मुद्दे पर दोहरे मानक अपनाए हैं। उन्होंने कहा ‘‘ जहां तक क्षमा योजना का संबंध है, अगर मुझे सही से याद है तो कांग्रेस ने इसके लिए ‘फेयर एंड लवली’ वाक्य का इस्तेमाल किया था।’’