नई दिल्ली। ब्रिटेन के एक स्कूल ने 11 साल के छात्रों की एक कक्षा में न्यूयार्क 9/11 आतंकी हमले का एक ग्राफिक वीडियो दिखाए जाने पर आपत्ति जताने के लिए 24 साल की एक मुस्लिम शिक्षिका को बर्खास्त कर दिया।
सुरैया बी को बर्मिंघम हार्टलैंड्स एकेडमी ने नौकरी से निकाल दिया और अब उसने स्कूल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की है। उसने स्कूल के खिलाफ गलत तरीके से नौकरी से निकाले जाने और धार्मिक भेदभाव का मामला दायर किया है।
ऑक्सफोर्ड से स्नातक की पढ़ाई करने वाली सुरैया ने कहा कि यूट्यूब वीडियो के साथ एक चेतावनी थी कि उसकी सामग्री 18 साल से कम उम्र वालों के लिए सही नहीं है।
सुरैया ने कहा कि ‘‘इससे स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए मौजूद उपायों पर सवाल खड़े होते हैं। वे बच्चे 11 साल की उम्र के थे जिनमें से बहुतों को 9/11 हमले की कम जानकारी थी या बिल्कुल ही जानकारी नहीं थी।’’
उसने कहा कि बच्चों को वीडियो में ग्राफिक चित्र दिखाए जा रहे थे और कुछ बच्चे उससे ‘‘स्तब्ध और दुखी’’ हो गए।
सुरैया ने कहा कि ‘‘वीडियो में विमान के ट्विन टावर से टकराने के अलावा दोनों टावर से लोगों के छलांग लगाकर आत्महत्या करने के दृश्य थे।’’
बर्मिंघम मेल की खबर के अनुसार उसने कहा कि इतने छोटे बच्चों को यह सब नहीं दिखाना चाहिए, क्योंकि यह उनके मन में घर कर सकता है, यहां तक कि यह उन्हें आत्महत्या करने के लिए भी उकसा सकता है।
स्कूल ने कहा कि वह सुरैया के दावे का विरोध करेगा और स्कूल में अब उसकी जरूरत नहीं है।