उत्तर कोरिया अपनी ताकत दिखाने के लिए लगातार बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण कर रहा है। हालांकि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इसपर प्रतिबंध लगाया हुआ है। जुलाई और अगस्त में उत्तर कोरिया ने चार बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किए। इस परीक्षण का संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कड़े शब्दों में निंदा की है और इस गतिविधि को सभी बैलिस्टिक मिसाइल गतिविधियों पर लगाए गए प्रतिबंध का गंभीर उल्लंघन करार दिया है।
सभी 15 सदस्यों की मंजूरी वाले एक बयान में इस तथ्य की निंदा की गई कि उत्तर कोरिया की बैलिस्टिक मिसाइल संबंधी गतिविधियों से उसके परमाणु हथियार वितरण प्रणाली के विकास में मदद मिल रही है और तनाव बढ़ रहा है। परिषद ने इन परीक्षणों पर गंभीर चिंता भी जाहिर करते हुए कहा कि अप्रैल से जून के बीच उत्तर कोरिया ने छह बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया तथा विश्व निकाय की ओर से ऐसे परीक्षणों और परमाणु परीक्षणों को रोकने के लिए दिए गए बयानों को नजरअंदाज किया।
बयान में संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों से प्योंगयांग के खिलाफ लगाए गए प्रतिबंधों को लागू करने के लिए अपने प्रयासों को दोगुना करने का आग्रह भी किया गया। परिषद ने मार्च में उत्तर कोरिया पर दो दशकों में सर्वाधिक कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। इन प्रतिबंधों से प्योंगयांग द्वारा जनवरी में किए गए परमाणु परीक्षण और उसके बाद रॉकेट प्रक्षेपण किए जाने लेकर बढ़ती नाराजगी जाहिर होती है।