मौजूदा परमाणु परीक्षण को खुल्लम-खुल्ला उल्लंघन से भी कहीं आगे बताते हुए संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत सामंथा पावर ने कहा कि परिषद को एक ‘‘स्पष्ट, एकजुट और कड़ा संदेश देना चाहिए कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय कभी भी परमाणु क्षमता से संपन्न उत्तर कोरिया को स्वीकार नहीं करेगा। परिषद को आगे, निर्णायक कदम उठाने चाहिए, जो उत्तर कोरिया को अपना गणित बदलने के लिए विवश करे।’’ पावर ने कहा कि परिषद नए प्रतिबंधों समेत अतिरिक्त महत्वपूर्ण कदम उठाएगा ताकि उत्तर कोरिया को यह दिखाया जा सके कि ‘‘उसे उसके अवैध और खतरनाक गतिविधियों के परिणाम’’ भुगतने होंगे।
संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत लियू जेई ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘सभी पक्षों को आपसी उकसावे और स्थिति को बिगाड़ सकने वाली हर गतिविधि से बचना चाहिए।’’ फ्रांस के राजदूत फ्रांस्वा देलातरे ने कहा कि उत्तर कोरिया का हालिया परमाणु परीक्षण उकसावे से कहीं ज्यादा है।
उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर कोरिया को अपने कृत्यों और उकसावों का परिणाम भुगतना होगा।’’ उन्होंने कहा कि नए प्रतिबंध ‘‘अपरिहार्य’’ हैं।