दिल्ली:
उत्तर कोरिया ने आज कहा कि उसका परमाणु परीक्षण अमेरिकी परमाणु ‘ब्लैकमेल’ के खिलाफ अपने देश की रक्षा करने के लिए हैं। जबकि विश्व के शक्तिशाली देशों ने इसकी पांचवी और सर्वाधिक शक्तिशाली परमाणु परीक्षण को लेकर उसे दंडित करने के तरीकों पर चर्चा की है।
दक्षिण कोरिया ने कहा है कि इसे पड़ोसी देश से परमाणु खतरा तेजी से बढ़ रहा है और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से नये सख्त प्रतिबंधों की अपील की।
उसके विदेश मंत्री युन बयुंग से ने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों से अधिक और कहीं ज्यादा सख्त प्रतिबंध की अपील करते हुए कहा कि ऐसा माना जाता है कि उत्तर कोरिया की परमाणु क्षमता एक विचारणीय स्तर तक और तेजी से बढ़ी है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने कल एक बैठक में परीक्षण की सख्त निंदा की और संयुक्त राष्ट्र घोषण पत्र के अनुच्छेद 41 के तहत नया मसौदा बनाने पर सहमति जताई जो प्रतिबंधों को लेकर है।
दक्षिण कोरिया, संयुक्त राष्ट्र, जापान, रूस और चीन ने इस परमाणु परीक्षण की निंदा की है।
सोल में दर्जनों प्रदर्शनकारियों ने उत्तर कोरिया के नेता जोंग उन का पुतला फूंका।