बलोच रिपब्लिकन पार्टी के अध्यक्ष ब्रहमदाग खान बुगती ने दो टूक कहा है पाकिस्तान से किसी भी बातचीत से पहले पाकिस्तानी सेना को बलूचिस्तान को छोड़ना होगा। बुगती ने चेतावनी दी कि पाकिस्तानी सेना ने ऐसा नहीं किया तो उसे 1971 से भी ज्यादा बुरे नतीजे भुगतने पड़ेंगे। देश के एक निजी न्यूज़ चैनल ने दावा किया है कि बुगती ने उन्हें एक वीडियो संदेश भेजा है, जिसके जरिए बुगती से पाकिस्तान को खुलकर चेनावनी देते हुए अपनी मंशा साफ की।
न्यूज़ चैैनल आजतक की खबर के मुताबिक बुगती ने अपने संदेश में पाकिस्तान को खूब खरी-खरी सुनाई..आप भी पढ़िए बगती के संदेश की कुछ खास बातें –
1 – ‘पाकिस्तानी सरकार और मीडिया की जिस तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं, वो हैरान करने वाली नहीं बल्कि ओछी हैं। पाकिस्तान सरकार, सेना और मीडिया की रणनीति बलोच लोगों को ख़त्म करने की है। इसके सबूत बार बार देखने को मिलते रहे हैं।’
2 – ‘अगर हम बलूचिस्तान में दमन या ऑपरेशन की बात करें तो साल-छह महीने में मीडिया में इस पर कोई खबर दिखाई जाती है, वो भी सेंसर होने के बाद। अभी तक किसी भी मीडिया हाउस के किसी भी एंकर ने बलूचिस्तान के बारे में कुछ नहीं बोला है। हर दिन कई पुरुषों और महिलाओं की हत्या होती है। कई को उनके घर से खींच कर निकाल लिया जाता है। कई को अगवा कर लिया जाता है। फिर उन पर बुरी तरह जुल्म बरपाने के बाद शवों को सड़कों पर छोड़ दिया जाता है। क्या कभी मीडिया का इस ओर ध्यान गया?’
4 – ‘ये बलूच लोगों की भूल थी कि उन्होंने पिछले 50 साल से समानता के अधिकार के साथ पाकिस्तान का हिस्सा बनने की कोशिश की। अब हमने फैसला किया है कि हम पाकिस्तान के साथ जबरदस्ती नहीं रह सकते। पाकिस्तान हमारा कभी देश नहीं रहा और ना ही कभी होगा। हमें दबाव देकर पाकिस्तान के साथ रहने के लिए मजबूर किया गया। मुझे गद्दार कहा जाता है। इस पर मेरा कहना है कि जब मैं पाकिस्तानी नागरिक ही नहीं हूं तो गद्दार कैसे हो सकता हूं।’
5 – ‘पाकिस्तान ने ऐसा करके मूर्खतापूर्ण काम किया। हमारा पाकिस्तान के साथ कोई रिश्ता नहीं है। पाकिस्तानी अधिकारी इस बलूच नेता ने कहा कि उन्होंने मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, मैं कहता हूं कि एक ही क्यों 500 एफआईआर दर्ज करो। ऐसी एफआईआर मेरा बाल बांका नहीं कर सकतीं।’