ट्रेन यात्रियों के लिए बड़ी सुखद खबर है। ट्रेन में यात्रियों को हादसों से मुक्त करने के लिए अब रेलवे में एक नई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। स्टेशनों के आसपास केबल कटने, केबल चोरी होने, रूट रिले इंटरलॉकिंग (आरआरआई) पैनल में आग लगने दूसरी तरह की खराबी से सिस्टम फेल हुआ तो अब इससे ट्रेनों के संचालन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
रेलवे ने ऑप्टिकल फाइबर सिस्टम (ओएफसी) बेस्ड बैकअप सिग्नलिंग सिस्टम इजाद किया है। यह सिस्टम वैकल्पिक तौर पर काम करने लगेगा। ये लेपटॉप डेस्कटॉप से कंट्रोल किया जाएगा। किसी स्टेशन की आरआरआई के समानांतर ओएफसी के जंक्शन बॉक्स से कनेक्ट करके उससे सिग्नल दे सकेंगे। यह सिस्टम आरआरआई का पूरा विकल्प बनेगा। इस तकनीक में जितने भी सेफ्टी कंट्रोल लगाए गए हैं, उनका परीक्षण भी हो चुका है। यह तकनीक शुरू होने पर करोड़ों रुपए का नुकसान तो बचेगा ही, वहीं ट्रेनों का संचालन भी कुछ घंटों में बहाल हो जाएगा।
उत्पाद निरीक्षण निगरानी प्रणाली (आरडीएसओ) के महानिदेशक पीके श्रीवास्तव ने सिग्नल एवं टेलीकॉम निदेशालय के अफसरों को ओएफसी बेस्ड बैकअप सिग्नलिंग सिस्टम डेवलप करने के निर्देश दिए थे। आरडीएसओ ने करीब सालभर में ही आरआरआई के समानांतर बैकअप सिस्टम तैयार कर लिया है।
अगली स्लाइड में देखें तकनीक को रेलसंरक्षा आयुक्त की मंजूरी का इंतजार