रिलायंस कम्युनिकेशंस और रिलायंस जियो में मर्जर!

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अनिल अंबानी

अनिल अंबानी ने अपनी कंपनी रिलायंस कम्‍युनिकेशंस और बड़े भाई मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो के साथ’आभासी विलय’ प्रभावी होने का ऐलान किया है। मुंबई के बिड़ला मातोश्री में अपनी चार कंपनियों की सालाना आम बैठक के दौरान शेयरहोल्‍डर्स को संबोधित करते हुए अनिल ने यह बात कही। 57 साल के अंबानी ने कहा, ”दोनों भाई धीरूभाई के सपनों को पूरा करने के लिए एक साथ काम कर रहे हैं।” इस पर शेयरहोल्‍डर्स ने खड़े होकर उनका सम्‍मान किया। उनका मतलब अपने पिता धीरूभाई अंबानी से था, जिन्‍होंने रिलायंस समूह की स्‍थापना की थी। धीरूभाई के निधन के बाद कई साल तक अनिल और मुकेश के बीच अनबन रही थी। एजीएम में बोलते हुए अनिल ने कहा- ”हमारे पास 2जी, 3जी और 4जी स्‍पेक्‍ट्रम है, साथ ही रिलायंस जियो के साथ स्‍पेक्‍ट्रम ट्रेडिंग और समझौते भी किए गए हैं। सभी व्‍यवहारिक उद्देश्‍यों के लिए हमने रिलायंस कम्‍युनिकेशंस और रिलायंस जियो के बीच आभासी विलय पूरा कर लिया है।” अनिल ने बताया कि उनकी कंपनी ने 4जी सेवाओं को शुरू करने के 90 दिनों के भीतर 10 लाख उपभोक्‍ता जोड़ लिए हैं।

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मुकेश अंबानी की नई कंपनी रिलायंस जियो इंफोकॉम और रिलांयस कम्‍युनिकेशंस के बीच अपने मोबाइल स्‍पेक्‍ट्रम बांटने पर सहमति बन गई है। रिलायंस कम्‍युनिकेशंस के मोबाइल टावर इस्‍तेमाल करने के लिए जियो ने पहले ही समझौता कर रखा है। इस डील से रिलायंस कम्‍युनिकेशंस को लागत कम करने में मदद मिलेगी। जहां अन्‍य टेलिकॉम कंपनियों को बाजार में बने रहने के लिए स्‍पेक्‍ट्रम पर भारी खर्च करना पड़ेगा, अंबानी ने दावा किया कि वह अपनी कंपनी पर भारी कर्ज को साल भर के भीतर ही 75 प्रतिशत से ज्‍यादा कम कर लेंगे। एयरसेल के रिलायंस कम्‍युनिकेशंस में विलय के बाद, अंबानी ने कहा कि अब उनकी कंपनी देश के 12 सर्किलों में टॉप ऑपरेटर बन जाएगी।

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