नई दिल्ली। उरी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई की सरकार की ओर से तैयारी करने की पृष्ठभूमि में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने मंगलवार(27 सितंबर) को कहा कि लगातार हो रहे आतंकी हमलों के बाद खड़ी हुई चुनौतियों और अनिश्चितताओं का मुकाबला करने के लिए उचित संसाधन प्रदान करने की जरूरत है।
जेटली ने एसबीआई आर्थिक शिखर बैठक में कहा कि हमारे सामने एक बड़ी सुरक्षा चुनौती है जिनमें अनिश्चितता का पहलू शामिल है। इस दिशा में बहुत सारे राष्ट्रीय संसाधन लगाया जाना भी शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि ‘‘किसी भी दूसरी जरूरत के मुकाबले सुरक्षा चुनौती शीर्ष प्राथमिकता होगी, क्योंकि राष्ट्रीय सुरक्षा सरकार के लिए पहली प्राथमिकता है।’’
उन्होंने कहा कि भारत इकलौता देश नहीं है जो आतंकवाद की चुनौती का सामना कर रहा है और आईएस हर बड़े देश के लिए खतरा पैदा कर रहा है। वित्त मंत्री ने आतंकवाद को पराजित करने के लिए वैश्विक समन्वय का आह्वान किया।
जेटली ने कहा कि ‘‘इस्लामिक स्टेट (आईएस) भी एक चुनौती है और वैश्विक अर्थव्यवस्था को इन खतरों से अलग नहीं किया जा सकता।’’