सर्जिकल स्ट्राइक पर फंसने लगे मोदी, पढ़िए कैसे

0
सर्जिकल स्ट्राइक
फोटो साभार
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse

उरी हमले के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक करके कई आंतकियों को मार गिराने के लिए काफी तारीफ बटोर चुकी नरेंद्र मोदी सरकार अब आलोचनाओं में घिरती नजर आ रही है। मोदी सरकार पर सर्जिकल स्ट्राइक का प्रचार करके सियासी लाभ लेने की कोशिश करने का आरोप लगाया जा रहा है। पूर्व गृह मंत्री पी चिंदबरम और कांग्रेसी नेता संदीप दीक्षित ने सार्वजनिक तौर पर कहा है कि भारत पहले भी ऐसी सर्जिकल स्ट्राइक करता रहा है लेकिन कूटनीतिक चिंताओं के चलते इसका “प्रचार” नहीं किया जाता था। सेना के कुछ पूर्व अधिकारियों और कुछ सुरक्षा विशेषज्ञों ने भी मोदी सरकार के सर्जिकल स्ट्राइक के “प्रचार” पर सवाल उठाया है। भारतीय सेना के अनुसार 28-29 सितंबर की रात को उसके पैरा फोर्सेज के कमाडों ने इस सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। 17 सितंबर को हुई उरी हमले में 18 भारतीय जवान मारे गए थे। दो घायल जवानों की अस्पताल में मृत्यु हो गई थी।
अगले पेज पर वीडियो में देखिए- कमर आगा ने क्या कहा

इसे भी पढ़िए :  अलगाववादियों पर 100 करोड़ खर्चती थी मोदी सरकार, अब हुई सख्त, पढ़िए अब क्या लिया फ़ैसला
Prev1 of 2
Use your ← → (arrow) keys to browse